20 घंटे में टनल का 100 मीटर हिस्सा साफ हो सका, इसके अंदर खड़ी गाड़ियों में जिंदा मिल सकते हैं लोग
चमोली के तपोवन में कल कुदरत ने जो कहर बरपाया, उसकी गवाही आज यहां का चप्पा-चप्पा दे रहा है। गंगा जैसी साफ नदियां ऋषिगंगा और धौलीगंगा मलबे से अब काली पड़ चुकी हैं। पास ही NTPC प्रोजेक्ट की साइट पर ITBP और NDRF के जवान पिछले 20 घंटे से ढाई किलोमीटर लंबी टनल में फंसी करीब 50 जिंदगियों को बचाने के लिए जूझ रहे हैं। अब तक केवल 100 मीटर हिस्सा साफ हो पाया है।
कुछ उम्मीद है क्या?
ITBP, NDRF, SDRF के अलावा अब इस टनल में आर्मी की टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हो गई है। आर्मी ही अब ये ऑपरेशन मॉनिटर कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि टनल के अंदर कुछ गाड़ियां हैं। करीब ढाई किलोमीटर लंबी इस टनल में ट्रक, छोटी जीप और बुलडोजर भी जाते हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि मलबे से बचने के लिए कुछ लोगों ने इन गाड़ियों की आड़ ली होगी, या वो इन गाड़ियों में बैठ गए होंगे। ऐसे में उनके जीवित होने की उम्मीदें हैं
घटनास्थल पर अभी चुनौती क्या है?
ITBP के अधिकारियों ने बताया कि टनल साफ करने में कई दिक्कते हैं। मलबे में पानी मिला हुआ है, इसलिए इसे निकालने में परेशानी आ रही है। एक बार में एक ही मशीन भीतर जा सकती है, ये भी एक समस्या है।