फाइनांस कंपनी पीएचएफ के डायरेक्टर और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष शिवदयाल चुघ का अपने कुकी ढाबा स्थित पार्क एवेन्यू के आवास से 9 किमी. दूर जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन की पटरियों पर सुबह 6:50 बजे शव मिला है। आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है। वे घर से सुबह ग्रे-रंग के ट्रैक सूट में अपनी कार पर निकले थे।
जीआरपी और पंजाब पुलिस जालंधर कैंट के आसपास के इलाकों में रात 11 बजे कार ढूंढने में लगी रही। शिवदयाल चुघ के शरीर को रेहड़ी पर सिविल अस्पताल के मुर्दाघर में भेजा गया। सारा दिन पिता की जानकारी न मिलने पर उनके दोनों बेटे शाम 7 बजे कैंट पुलिस स्टेशन पहुंचे और वहां पर पुलिस ने उन्हें वह तस्वीर दिखाई, जिससे साम 7ः30 बजे चुघ की पहचान हुई।गौर हो कि मार्च 2020 की बैलेंस शीट में पीएचएफ की कैपिटल 5.5 करोड़ रुपए बताई गई थी। उनकी जेब से कोई पहचान पत्र नहीं मिला और अज्ञात समझ कर धारा 174 की कार्रवाई कर दी गई। अंतिम संस्कार सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद होगा। जानकारी मुताबिक जीआरपी को सुबह 6:50 पर बेगमपुरा एक्सप्रेस के ड्राइवर ने सूचना दी थी कि जीआरपी थाने से 50 मी. दूर एक शख्स ट्रेन से टकरा गया है। जहां हादसा हुआ वहां कोई नहीं था। सिर पर गंभीर चोट आई।13 घंटे से उनका परिवार उन्हें ढूंढ रहा था। बेटे चंदन चुघ और परिजन शाम 7 बजे कैंट पुलिस स्टेशन में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट देने गए थे। दैनिक भास्कर को जीआरपी के सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि शाम को कैंट पुलिस स्टेशन से फोन आया कि जिस व्यक्ति कि सुबह स्टेशन पर मौत हुई उनकी उम्र कितनी है? फिर जो तस्वीर जीआरपी ने विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में डाली थी उनके बेटों को दिखाई गई तो शाम को करीब 7:30 बजे थाना-7 से जीआरपी को सूचना मिली कि मरने वाले शिवदयाल चुघ हैं। उस समय जीआरपी रेलवे स्टेशन पर इस मकसद से भी सक्रिय थी कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने पूजा एक्सप्रेस से दिल्ली जाना था।
चुघ 2003 से 2007 तक भाजपा जिलाअध्यक्ष रहे। इसके अलावा मेयर राकेश राठौर के निगम हाउस में पार्षद रहे। पुराने नेता याद करते हुए कहते हैं कि शिअद अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल ने जालंधर कैंट में जनसभा को संबोधित करते कहा था- जालंधर के अगले मेयर शिवदयाल चुघ ही होंगे