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ड्रग तस्करी में शामिल अकाली-कांग्रेस नेताओं के नाम सार्वजनिक न करने पर आप करेगी कैप्टन अमरिंदर सिंह का घेराव

ड्रग तस्करी में शामिल अकाली-कांग्रेस नेताओं के नाम सार्वजनिक न करने पर आप करेगी कैप्टन अमरिंदर सिंह का घेराव

शर्म की बात है कि ड्रग तस्करी के बढ़ते मामलों के बावजूद, कैप्टन सरकार अखबारों में विज्ञापन देकर नशा खत्म करने का प्रचार कर रही है : एडवोकेट दिनेश चड्ढा

आम आदमी पार्टी ने गुरदीप रानो के ड्रग तस्करी मामले पर एसटीएफ की रिपोर्ट जारी नहीं करने पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर पर निशाना साधा। शनिवार को पार्टी मुख्यालय में बुलाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आप नेता मनविंदर सिंह ग्यासपुरा, एडवोकेट दिनेश चड्ढा और एडवोकेट गोविंदर मित्तल ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि ड्रग तस्कर गुरदीप सिंह रानो के साथ मिलीभगत करने वाले पुलिस अधिकारियों को तो निलंबित किया गया है, लेकिन कैप्टन रानों के साथ संबंध रखने वाले राजनेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? अकाली – कांग्रेस के नेताओं के साथ गुरदीप रानो के संबंध पर कैप्टन अभी तक चुप क्यों हैं? ग्यासपुरा ने गुरदीप रानो के साथ कांग्रेस और अकाली दल के बड़े नेताओं की तस्वीरों को मीडिया से दिखाते हुए कहा, क्या एसटीएफ ने अपनी रिपोर्ट में यह उल्लेख नहीं किया है कि इसमें कई बड़े राजनेता भी शामिल हैं?

उन्होंने कहा कि अकाली दल ने गुरदीप सिंह रानो के ड्रग तस्करी का पौधा लगाया था, जिसे कांग्रेसियों ने सींचा। इन दोनों पार्टियों के नेताओं के संरक्षण में ही यह नशीली दवाओं का कारोबार फल-फूल रहा है। उन्होंने कहा कि रानो ड्रग व्यापार के साथ सेक्स रैकेट भी चलाता था। वह अधिकारियों को लड़कियों की सप्लाई करके खुश रखता था और काम में उनसे मदद लेता था। आप नेताओं ने कहा कि केवल पुलिस अधिकारियों को निलंबित करना पर्याप्त नहीं है। सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर उन्हें जेल भेजे और इस धंधे में शामिल राजनेताओं की भी जांच करे।

आप नेताओं ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कैप्टन सरकार ड्रग तस्करों की गिरफ्तारियों का और इस मामले में अपनी उपलब्धियों को बताने के लिए विज्ञापन दे रही है, जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार ही ड्रग तस्करों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के महाधिवक्ता अतुल नंदा अब तक के सबसे खराब एजी साबित हुए। ड्रग तस्करी के मुद्दे पर विभिन्न समितियों द्वारा सीलबंद लिफाफे में कई रिपोर्टें प्रस्तुत की गई, लेकिन एजी ने उसे खोलने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। ड्रग्स से संबंधित किसी भी मामले को एजी ने सही तरीके से अदालत में पेश नहीं कर सके।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इन रिपोर्टों को सार्वजनिक करने से परहेज कर रहे हैं क्योंकि इन रिपोर्टों में कई अकालियों और कांग्रेस नेताओं के नाम शामिल है। कैप्टन अमरिंदर उन नेताओं को बचाने के लिए ही चुप हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चुनाव से पहले 4 हफ्ते में पंजाब से ड्रग खत्म करने की शपथ ली थी। लेकिन कैप्टन अमरिंदर अब यह कहकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि वे ड्रग्स की कमर तोडऩे की बात कर रहे थे, ड्रग्स उन्मूलन करने का नहीं। उन्होंने कहा कि अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ड्रग तस्कर के साथ जुड़े नेताओं के नाम सार्वजनिक नहीं किए तो आम आदमी पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन करेगी और कैप्टन अमरिंदर सिंह का घेराव करेगी