अमृतसर में बरामद 48 विदेशी पिस्टल और गोलियां आतंकी संगठन केएलएफ और बब्बर खालसा ने भारत-पाक सरहद से स्मगल करवाकर भेजे थे। इनका इस्तेमाल पंजाब के अलावा दूसरे राज्यों में आतंकी वारदातों में किया जाना था। यह खुलासा पंजाब की खुफिया एजेंसी स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सैल (एसएसओसी) की ओर से गिरफ्तार जगजीत सिंह उर्फ जग्गू से प्रारंभिक पूछताछ के हवाले से किया है। एसएसओसी के डीएसपी हरविंदरपाल सिंह और एसएचओ इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि जग्गू से जुड़े हैंडलर दरमनजोत िसंह उर्फ दरमनजोत काहलों के गहरे लिंक पाकिस्तान में बैठे आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़ और महाराष्ट्र के नांदेड़ से संबंधित गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा संधू के साथ थे। गांव तलवंडी खुम्मन निवासी दरमन इस समय लाॅस एेंजल्स में ड्राइवरी करता है। दरमनजोत को पता था कि जग्गू को पैसों की जरूरत है। इसलिए उसने उससे कंसाइनमेंट रिसीव करने के लिए 4 लाख रुपए में डील की थी। एसएसओसी के मुताबिक अभी बरामद किए हथियार गैंगस्टरों को सप्लाई किए जाने का कोई पहलू सामने नहीं आया है।
इंटरनेट काॅलिंग से संपर्क करता था दरमन
जगजीत उर्फ जग्गू दिसंबर 2020 में दुबई से लौटने के बाद से आवारागर्दी करता था। पिता पावरकॉम में लाइनमैन हैं। और खेतीबाड़ी भी करते हैं। दुबई में जग्गू के साथ दरमन इंटरनेट कॉलिंग से संपर्क में रहता था। भारत आकर भी यह सिलसिला जारी रहा। खेप आगे पहुंचाने से पहले ही जग्गू पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जग्गू को हथियार पहुंचाने वाले शख्स के बारे में भी अहम जानकारियां मिली हैं, जिसे जल्द गिरफ्तारी संभव है। उधर, पुलिस ने दरमनजोत काहलों के कुछ परिजनों को भी राउंडअप किया है, ताकि उसे सरंडर करवाया जा सके।