जालंधर : महानगर का एक राजू शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ अवैध कॉलोनियों का जाल बिछाने में भी माहिर है। कभी किसी बैंक से डिफाल्टर करार दिया जा चुका इस राजू ने हाल ही में गांव उग्गी के पास कुछ अवैध कॉलोनियां बनाईं। इन कॉलोनियों में छोटे प्लाट की बजाय अधिकतर बड़े प्लाट काटे गए। अब बड़े प्लाट काटने का मतलब है बड़े लोगों का निवेश करवाना यानि राजू एंड गैंग की तिकड़म। जैसे ही इस बात की शिकायत जेडीए प्रशासक करणेश शर्मा को मिली तो उन्होंने इस मामले में जांच के आदेश देते हुए डिच चलवा दी। इस कार्रवाई को देख हमें गोविंदा की फिल्म का वो गाना याद आ गया कि…ओ राजू प्यार न करिया दिल टूट जाता है यानि ओ राजू अवैध कालोनी न बनाइयो…करणेश तुड़वा देता है। कालोनी तो टूटना चलिए अच्छी बात है इसके साथ ही राजू की मुश्किलें बढऩे वाली हैं
क्योंकि अब पापरा एक्ट के तहत उन पर एफआईआर भी दर्ज हो सकती है। अगर एफआईआर दर्ज हुई तो राजू फिर अखबार में छपेगा। अब पंगा यह है कि अपने शिक्षण संस्थानों के होनहार बच्चों की तस्वीरें जिस पेज पर राजू लगवाता है क्या उसी पेज पर एमडी राजू पर एफआईआर की तस्वीर छपेगी। वैसे जेडीए ने अलग-अलग स्थानों पर यह कार्रवाई की है। गांव सेखे, गांव कोटकलां और गांव अलीपुर में भी अवैध कालोनियों पर कार्रवाई की गई है। बाकी निगम कमिश्नर करणेश शर्मा की इस कार्रवाई ने यह प्रमाणित कर दिया कि पारदर्शिता बरकरार रहने वाली है।