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जालंधर में ट्रैफ़िक व्यवस्था और नागरिकों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए 1200 सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएगे

प्रोजेक्ट में ई -चलानिंग व्यवस्था, ए.वी.ऐन.पी. प्रणाली जैसी विशेषताएँ शामिल

जालंधर (विकास )- स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत जालंधर शहर में बड़े स्तर पर निगरानी और ट्रैफ़िक व्यवस्था के लिए जल्द 1200 सी.सी.टी.वी. कैमरे और पुलिस लाईनज़ जालंधर में एकीकृत कमांड और कंट्रोल सैंटर (आई.सी.सी.सी.) स्थापित किया जाएगा। आज यहाँ ज़िला प्रशासकीय कंपलैक्स में भागीदारो के साथ पहली समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने सभी सम्बन्धित विभागों को अपने -अपने अधिकार क्षेत्र में आते सभी क्षेत्रों के लिए साइट का सर्वेक्षण पूरा करने के लिए कहा ,जिससे इस प्राजैकट को निर्धारित समय के अंदर -अंदर पूरा किया जा सके। डिप्टी कमिशनर, जिनके साथ पुलिस कमिशनर गुरप्रीत सिंह तूर और नगर निगम, जालंधर के कमिशनर करनेश शर्मा भी मौजूद थे, ने शहर में मज़बूत सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफ़िक प्रबंधन को यकीनी बनाने के नज़रिए से इस प्राजैकट को महत्वपूर्ण करार दिया। उन्होंने बताया कि 78 करोड़ की लागत वाले इस प्राजैकट का ठेका के.ई.सी. को दिया गया है और प्राजैकट शुरू होने की तारीख़ से नौ महीनों के अंदर -अंदर पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि इस प्राजैकट में सीटी सरवेलैंस, अडैपटिव ट्रैफ़िक कंट्रोल व्यवस्था और इंटैलीजैंट ट्रैफ़िक मैनेजमेंट व्यवस्था, वेरीएबल मेसेज साईन बोर्ड की स्थापना, पब्लिक एड्रेस व्यवस्था, एमरजैंसी काल बॉक्स, वीडियो मैनेजमेंट व्यवस्था, पोल और जंकशन बॉक्स, एयर क्वालिटी सैंसर, एकीकरण, रीजनर डाटा सैंटर, नैटवर्क सैट्टअप्प और आई.सी.सी.सी. प्लेटफार्म शामिल हैं। डिप्टी कमिशनर ने आगे बताया कि यह विशाल बुनियादी ढांचा ई -चालान प्रणाली के एकीकृत होने साथ स्वचालित नंबर प्लेट पहचान और लाल बत्ती के उल्लंघन का पता लगाने जैसी सहूलतों के साथ लैस होगा। इसी तरह फेस रिकोगनेशन व्यवस्था शहर में कई स्थानों पर अपराध पर काबू रखने में मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस प्राजैकट के अंतर्गत एक अनुकूल ट्रैफ़िक कंट्रोल प्रणाली भी शुरू की जायेगी। घनश्याम थोरी ने बताया कि इस प्रणाली में भीड़ के आधार पर ट्रैफ़िक सिगनलें को कंट्रोल करना, ट्रैफ़िक उल्लंघन बारे पता लगाने की प्रणाली और सवैचलत नंबर प्लेट पहचान के द्वारा उल्लंघन करने वालों विरुद्ध ई -चालान जारी करना शामल है।
इन सी.सी.टी.वी. कैमरों के द्वारा कैद की गई सभी गतिविधियों की निगरानी आई.सी.सी.सी. पर की जायेगी, जहाँ सहर के प्रविष्टि -एग्जिट प्वाइंट, रैड्ड अलर्ट प्वाइंट, जंकशनें, अस्पतालों, रेलवे क्रासिंगें, बाज़ारों, शैक्षिक संस्थानो, सहर की मुख्य सड़कें सहित सभी स्थानों को कवर करने के लिए वीडियो बाल स्थापित की जायेगी।।
डिप्टी कमिशनर ने नगर निगम, पी.ए.पी.सी.ऐल्ल., पी.डबल्यू.डी और ऐन्न.ऐच्च.ए.आई के आधिकारियों को पब्लिक ऐडरैस्स व्यवस्था लगाने, एमरजैंसी काल बॉक्स की स्थापना, सभी उपकरणों को बिजली की स्पलाई और मशीनरी को स्थापित करन के लिए स्थानों की चयन सम्बन्धित इस प्राजैकट के अंतर्गत उन को सौंपे गए कामों को समय सिर पूरा करने के लिए कहा। प्राजैकट में शामिल विभागों की तरफ से इस कार्य को सुचारू ढंग के साथ नेपरे चढाने के लिए पहले ही अपने नोडल अफ़सरों को नियुक्त कर दिया गया है।