गौशाला के गोबर से कट रहीं जालंधर में अवैध कालोनियां
जालंधर: हिन्दू धर्म में गौ सेवा को सबसे ऊपर माना गया है लेकिन जालंधर में कुछ लोग इतने शातिर हैं कि वह गौशाला के सामने एक स्टेशनरी की छोटी सी दुकान से कब कॉलोनाइजर बन गए पता नहीं चला। भगवान और गौ माता के नाम पर इस शख्स ने गौशाला के सामने अपनी दुकान चलवाई। दुकान बस्तीयात क्षेत्र में स्टेशनरी की थी तो पैन और पेंसिलें भी इनके पास थीं। इन्हीं पेन और पैंसिलों से इन्होंने रोज गौशाला आने वाले भक्तों की सूची दुकान में पड़ी कापी पर लिखी। भक्त मिलते गए इनकी दुकान चलती रही। दुकान कम चली लेकिन कापी में भक्तों की सूची बढ़ती गई। इसी सूची के सहारे यह महोदय अब कालोनाइजर बन चुके हैं। गौशाला के गोबर तक को यह लोग बेचकर पैसा कमा रहे हैं और उसके सहारे अवैध कालोनी काट रहे हैं। अगर सबकुछ इनके तय कार्यक्रम के मुताबिक चला तो ये महोदय निगम चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर अपनी पत्नी को चुनाव लड़वा सकते हैं। वैसे इस महोदय ने एक हारे हुए कांग्रेसी नेता से सैटिंग की हुई है और जैसे इनके अपनों को चुनाव लडऩे का शौक हैं वैसे ही यह अब चुनाव लड़ेंगे। बताया जाता है कि इस शख्स के खाते में हर माह असंख्य एंट्रियों की तरह एक एंट्री डेढ़ लाख की होती है जिसमें 70 हजार इनकी पत्नी और 80 हजार इनके खुद के खाते में जाता है। यह भाईसाहब बहुत खुशकिस्मत हैं कि इन्होंने हर उस दल को साथ में रखा जिसकी सरकार आई लेकिन इस बार कांग्रेस प्रत्याशी को इनके भाई ने गच्चा दे दिया इसलिए कांग्रेस नेता उस भाई की भाभी यानी इस महोदय की पत्नी को ही कांग्रेस की टिकट का ऑफर दे आए। बाकी अगली किश्त में खोलेंगे इन भाईसाहब का कच्चा चिट्ठा।