प से पास्टर, अ से अत्याचार… विधवा बहन लगा रही मदद की गुहार
जालंधर (विकास मौदगिल): ईसाई धर्म में सबके सम्मान और जरूरतमंद की मदद करने की सीख दी जाती है और हर गरीब की सेवा को प्रेरित किया जाता है चाहे वो गरीब किसी भी धर्म का हो लेकिन गांव गाखल में एक ईसाई विधवा महिला वीनस के साथ उसी के भाई थामस मसीह ने बतौर पास्टर किया वे वाकई शर्मनाक है। पिता से मिला मकान जबरन छिनने के बाद वीनस सड़क किनारे रहने को मजबूर हुई और उसके घर का सामान उसकी पथराई आंखों के आगे सड़क पर ऐसे बिखरा पड़ा था मानो उसकी मौत करीब हो। वीनस की हालत जीते जी मुर्दे से बदतर हो चुकी है और उसके बच्चों को ये भी नहीं पता कि मां कितने दिनों की मेहमान है। मां की हालत और मामा के अत्याचारों की यह हालत बयां की वीनस की बेटी सोनू ने। सोनू नेे कहा कि वे बिना छत के जीवन जीने को मजबूर हैं। उनकी हालत को जानकर कुछ संगठनों ने मदद की पेशकश की है लेकिन उन्हें मदद के साथ आप सरकार से इंसाफ भी चाहिए। वे मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार की तरफ टकटकी लगाकर बैठे हैं कि आखिर कब उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ेगा और पास्टर थामस मसीह को उसके किए की सजा मिलेगी। सोनू ने बताया कि जब आप विधायक के आदेश पर पुलिस प्रशासन के कारिंदों ने उनका घर तोड़ा तो वे सिवाए रोने के उनके पास कुछ नहीं बचा।
घर की छत तोड़ दी गई सामान ऐसे फेंका गया मानो वे इंसान नहीं बल्कि पशु से भी बदतर हो। उन्होंने कहा कि पूरा पंजाब ने जिस बदलाव की आस में आप सरकार को पंजाब की कमान सौंपी वह आस धूमिल होती जा रही है। उधर, खबर ये भी है कि वीनस की हालत और आप एमएलए के कथित सेक्रेटरी थामस मसीह के अत्याचारों की मीडिया रिपोट्र्स पर हाईकमान ने संज्ञान ले लिया है और आप एमएलए को फटकार लगाते हुए चंडीगढ़ तलब किया है। बाकी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि आप एमएलए के अत्याचारों पर नकेल कसी जाती है या फिर जीते जी मुर्दा बन चुकी वीनस के भाई थामस मसीह को उसके किए की सजा दी जाती है।