दूत के आगे यमदूत बन घूम रहें टिप्पर ट्रक
प्रशासन की आंखों पर माया की पट्टी 25 टन टिपर पास होने पर ओवरलोड होकर जाता है 70 टन प्रशासन क्यों खामोश सवालिया निशान
जालंधर, शहर में सडक़ों पर सरपट दौड़ते टिप्पर लोगों के लिए यम दूत बन घूम रहे हैं, एक तो आकार में आम बड़े वाहन से भी बड़े और दूसरा हैवी पावन ब्रेक होने के कारण इनसे अधिक हादसे होते हैं।
यहीं नहीं एक तो उंचा होने के कारण आगे कम ही दिखाई देता है और उपर से टिप्पर चालक टिप्पर चलाते समय छोटे मोटे वाहनों की परवाह नहीं करते। अक्सर देखने में आया है कि यह टिप्पर रेत यां अन्य सामान से ओवर लोड होते हैं और चालक कईं बार तेज रफ्तार यां फिर किसी मौड़ पर बैलेंस खो देता है और कोई बड़ा हादसा हो जाता है। यह ओवर लोड टिप्पर सडक़ों पर मौत बनकर घूमते हैं और कईं बार किसी ना किसी को अपना शिकार बना लेते है। यह भी जानकारी मिली है कि इनको चलाने वाले चालकों को एसे वाहन चलाने की कोई ट्रेनिंग नहीं होती। अबी हम बात करेंगें जालंधर में चल रहे कुछ टिप्परों की जिनके मालिकों को किसी की परवाह नहीं है। इनमें नीलकंठ और गुरु ट्रांसपोर्ट कंपनी के टिप्पर हैं जो कि शहर में चल रहे हैं। अक्सर देखने में आया है कि यह टिप्पर रेत आदि से ओवरलोड होते हैं और बेझिजक शहर में चलते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि नौ एंट्री के समय दिन में भी यह टिप्पर लगातार शहर में चलते हैं और किस का भी डर नहं रखते । बताया जा राह ैह िक इनके मालिकों के पीछे कोई बड़ी राजनैतिक ताकत है जिनके चलते टिप्पर चालक अपनी मर्जी करते हैं। अक्सर नो एंट्री के समय में यह टिप्पर मकसूदां की सब्जी मंडी के बाहर खड़े भी देखए गए हैं जिनकी खईं बार पुलिस कर्मचारियों को शिकायत की गई मगर उनका कहना है कि वह कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। इनके मालिकों के सामने कानून भी बेबस नकार आता दिखाई दे रहा है। जिससे यह साबित होता है कि इनको कानून की धज्जियां उड़ाने की आज्ञा मिली हुई है और यह लगातार बिना किसी की परवाह किए लोगों की जानों के साथ तो खेलते ही हैं बल्कि कानून को भी छिक्क पर टांग रहे हैं।
अगर बीते समय में ध्यान करें तो एसे ही टिप्पर कईं लोगों की जान जाने का कारण बने हैं।
इन टिप्परों के कारण जहां पर सडक़ पर चलने वाले छोटे वाहन चालकों के लिए खतरा बना रहता है वहीं पर जब यह टिप्पर सडक़ार के लिए भी नुक्सान का कारण बनते हैं। जब यह टिप्पर गावों की सडक़ों पर चलते हैं तो वहां की सडक़े भी जल्द ही खस्ता हालत मे हो जाती है जिससे वहां की सडक़ो को फिर से बनवाना पड़ता है और जब तक सडक़ें नहीं बनती तब तक वहां से गुजरने वाले लोग परेशानी का सामना करते हैं और हादसो का शिकार होते हैं।
पुलिस के सामने नो एंट्री में घूमते N K T C के यमदूत बने टिप्पर पर नहीं होती है कोई करवाई वह किसी की परवाह नही करते सूत्रों की माने तो पुलिस के बड़े अधिकारियों से सांठगांठ । जिस कारण No entry में भी मिलती है Entry