जालंधर में अवैध निर्माण पर मेहरबान हुई नगर निगम
निगम अधिकारियों ने पुरानी बिल्डिंगों पर छोटी-छोटी कार्रवाई दिखाकर जालंधर में बनवा डाली नई अवैध इमारतें
आरटीआई के जवाब में लिखा की इमारत की कोई भी जानकारी आपको नहीं दे सकते हैं क्योंकि इमारत के मालिक की तरफ से विभाग को जानकारी न देने के लिए कहा गया है वाह रे नगर निगम
महानगर में तकरीबन 35 से 40 अवैध बिल्डिंग बन रही है इस विषय में जब भी नगर निगम के अधिकारियों से बात की जाती है तो वह या तो अपनी सीट छठ के चले जाते हैं या फिर फाइलों के नाम पर बात को टाल देते हैं निगम अधिकारियों का कहना है कि अगर आपको इन बिल्डिंगों के बारे में कोई भी जानकारी चाहिए तो पहले आप इन बिल्डिंग को का फाइल नंबर लेकर आए उसके बाद ही हम आपको कुछ बता पाएंगे उसके बाद एमटीपी और एटीपी साहिबान का कहना है कि अगर किसी बिल्डिंग के बारे में कुछ जानकारी चाहिए तो आप आरटीआई के जरिए ले सकते हैं लेकिन जब कुछ बिल्डिंगों की जानकारी आरटीआई के द्वारा मांगी गई जैसे की P1 होटल जिसका की 10 फुट की गली में निर्माण हुआ है वहां पर होटल की परमिशन नगर निगम ने कौन से एक्ट में दी है इस पर नगर निगम PIO को कहना है होटल अधिकारियों का कहना है कि उनकी इमारत के विषय में किसी भी आरटीआई एक्टिविस्ट को कोई जानकारी न दी जाए और जो भी आईटीआई में इनफार्मेशन मांगी गई है वह पर्सनल है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि जो जानकारी मांगी गई है वह पूरी तरह से पब्लिक है क्योंकि इनमें से किसी होटल के पास कोई पार्किंग नहीं है ना ही होटल के मापदंडों के हिसाब से बनाया गया है इसी तरह भगत सिंह चौक में स्थित धन गुरु रामदास स्वीट्स जो कि अब एक बड़ा मॉल बन चुका है उसके विषय में जानकारी मांगी की इस पर भी किसी अधिकारी ने कोई जानकारी नहीं दी लेकिन प्रॉपर्टी टैक्स की तरफ से एक आरटीआई के द्वारा जानकारी प्राप्त हुई की धन गुरु रामदास स्वीट्स सिर्फ 400 स्क्वायर फीट ही पास है बाकी का निर्माण अवैध है क्योंकि जब भी puda की तरफ से कोई मार्केट बनाई जाती है तो इन दुकानों को तोड़कर आप साथ नहीं जोड़ सकते इसके लिए आपको अलग से नगर निगम की तरफ से नक्शा पास करवाना पड़ता है और इसे माल के मापदंडों के हिसाब से बनाना पड़ता है लेकिन इस पर भी निगम अधिकारी चुप्पी साध् गए अगर सूत्रों की मान्य तो निगम अधिकारियों की जेब में इन अवैध इमारत के मालिकों की तरफ से मोटा पैसा गया है एक आरटीआई में खुलासा हुआ है कि तारा माउंट होटल को तोड़कर जो मार्केट बनाई गई है वह पूरी तरह से अवैध है लेकिन फिर भी आज तक नगर निगम ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि निगम में आने वाले हर कमिश्नर की जेब में इन लोगों की तरफ से मोटी घुस भरी जाती है जिस कारण में किसी भी तरह का कोई अवैध निर्माण नहीं रोक पाता इसी तरह उत्तरी क्षेत्र में भी कुछ जगह पर तकरीबन 15 से 20 अप्रैल दुकानें बनाई जा रही है लेकिन निगम ने इन पर छुट्टी साथ रखी है नॉर्थ एरिया में गांव नगर के अंतर्गत तकरीबन 20 से 25 दो ढाई मरले के छोट-छोट घर आवे तरीके से बनाए जा रहे हैं जिस कॉलोनी में बनाए जा रहे हैं वह दोनों ही कॉलिनियां अवैध है