जालन्धर / लुधियाना (दीपक) पंजाब के मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान द्वारा पंजाब के उज्जवल भविष्य के लिए छोटे बच्चों से लेकर +2 तक पढ़ने वाले नौजवानों के लिए शिक्षा का प्रबंध पंजाब में बहुत अच्छे तरीके से किया जा रहा है परंतु इसमें कुछ शरारती तत्व गैर कानूनी तरीके से स्कूल चला रहे हैं जिनके पास कोई भी मानता प्राप्त नहीं है उन स्कूलों को ,परंतु पैसा कमाने री के चक्कर में बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं।
हमारी टीम द्वारा गत दिवस लुधियाना के गियास पुरा इलाके का दौरा किया वहां पर कई ऐसे स्कूल पाए गए जिनके पास लाइसेंस नहीं है परंतु उन लोगों द्वारा सैकड़ो बच्चियों और बच्चो का भविष्य खराब किया जा रहा है जानकारी मिली है पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड और सी बी एस ई का कोई भी ऐसा लाइसेंस जो स्कूल चलाने के लिए जरूरी होता है इन लोगों के पास नहीं है ।
बंद पड़ी फैक्ट्री में ही इनके द्वारा कमरो को बना कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है परंतु आज हम एक ऐसे स्कूल की बात करने लगे हैं जहां पर प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, मैनेजर कोई भी ऐसा अधिकारी नहीं जो स्कूल में होना जरूरी होता है अंदर से ताला लगाकर बच्चों की शिक्षा की जा रही है और जब परीक्षा का समय होता है तो कहीं और इनको बच्चों को भेज दिया जाता है ऐसे यह गोरख धंधा करने वाले लोग सरकार की निगाह से दूर है हम आपको बता दें कि गियास़ पुरा के आरे वाली गली में एस आर सीनियर सेकेंडरी स्कूल जिन के द्वारा बड़े बड़े बोर्ड लगा कर आम जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है ।इस स्कूल के मालिक लव कुमार से जब बात की तो उन्होंने बताया की यहां लाइसेंस कोई नहीं पूछता हम लोग पिछले कई सालों से स्कूल को चला रहे हैं कोई भी संबंधित अधिकारी या प्रशासन की तरफ से यहां पूछने नहीं आया लेकिन उसके द्वारा वहां पर जो स्टाफ रखा गया है वह अंदर ही किताबें बेचते हुआ नजर आ रहा है और अपनी मर्जी से ही बच्चों को ड्रेस किताब में अन्य सामान अपने रैटों पर दे रहे हैं यही नहीं स्कूल के बाथरूम और पीने वाले पानी की हालात देखकर लगता है कि पिछले कई महीनो से सफाई भी नहीं हुई और बीमारी फैलाने के लिए यह स्कूल पूरी तरह काबिल है
उल्लेखनीय है कि गियास पूरा इलाका प्रवासी मजदूर व गरीब लोगों से भरा पड़ा है जिनको शिक्षा के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है लेकिन ऐसे स्कूल वहां पर कई खुले हुए हैं जो प्रशासन की नजर से दूर है एक-एक करके हम इनका खुलासा करते जाएंगे।
इस संबंध में जब हमने लुधियाना की एडीसी मेजर अमित सरीन से बात की तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेने की बात की ।उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कोई स्कूल चल रहा है तो उन पर बनती कानूनी कार्रवाई की जाएगी।