शिक्षा विभाग अक्सर अपने अजीबो-गरीब कामों को लेकर चर्चा का विषय बना रहता है। इसी श्रृंखला के अंतर्गत शिक्षा विभाग द्वारा छठी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को साइंस सिटी कपूरथला का भ्रमण करवाने का फैसला किया गया है हालांकि सभी स्कूलों में टर्म परीक्षा एक चल रही है और इस बीच विभाग द्वारा ऐसे आदेश जारी करना विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। इस संबंध में स्टेट काैंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (सैकेंडरी शिक्षा) को एक पत्र जारी करते हुए कहा गया है कि पंजाब के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं छठी से 8वीं और 9वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के अंदर विज्ञान विषय के प्रति रुचि और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विज्ञान यात्रा के तहत 9वीं से 12वीं कक्षा के 61 हजार और छठी से 8वीं कक्षा की 20 हजार विद्यार्थियों को पुष्पा गुजराल साइंस सिटी कपूरथला में विजिट करवाई जाएगी।
किस जिले से कितने विद्यार्थी?
यह विजिट पड़ाव वाइस करवाई जानी है। हर एक पड़ाव के संबंध में जानकारी समय-समय पर पुष्प गुजराल साइंस सिटी कपूरथला द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (सैकेंडरी शिक्षा) के साथ साझा की जाएगी। विद्यार्थियों को साइंस सिटी में लेकर जाने और वापस छोड़ने का प्रबंध पुष्पा गुजराल साइंस सिटी द्वारा किया जाएगा। अमृतसर और लुधियाना के प्रति जिला छठी से 8वीं कक्षा के 970 और 9वीं से 12वीं कक्षा के 2650 विद्यार्थी साइंस सिटी का भ्रमण करेंगे जबकि अन्य सभी जिलों के छठी से 8वीं कक्षा के 860 और 9वीं से 12वीं कक्षा के 2650 प्रति जिला विद्यार्थी साइंस सिटी के विजिट करेंगे। विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है की 9वीं से 10वीं कक्षा के विद्यार्थी जरूरत अनुसार भोजन अपने साथ लेकर आएंगे और छठी से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए रिफ्रेशमैंट का प्रबंध पुष्पा गुजराल साइंस सिटी द्वारा किया जाएगा। विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रति बस जरूरत अनुसार विज्ञान विषय विषय पढ़ने वाले अध्यापको और लड़कियों के साथ महिला अध्यापक की ड्यूटी लगाई जाएगी।`
अभिभावकों की सहमति जरूरी
विद्यार्थियों को साइंस सिटी भेजने से पहले उनके अभिभावकों से सहमति पत्र लिया जाएगा। यात्रा के दौरान विद्यार्थियों का स्कूल की वर्दी में होना अनिवार्य है और विद्यार्थी की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए। इस दौरान फर्स्ट एड किट साथ रखना अनिवार्य होगी। विद्यार्थियों का यात्रा के उपरांत समय पर घर पहुंचना स्कूल प्रमुख द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा। स्कूल स्कूलों और विद्यार्थियों के विजिट संबंधी माइक्रो प्लानिंग संबंधित ट्रांसपोर्ट विभाग के डिपो के साथ सांझा की जाएगी।