इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन व 3 क्लर्कों पर एफ.आई.आर. दर्ज होने की खबर सामने आई है।
जालंधर : इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन व 3 क्लर्कों पर एफ.आई.आर. दर्ज होने की खबर सामने आई है। इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में भ्रष्टाचार को लेकर लड़ाई लड़ रहे चेयरमैन जगतार सिंह संधेड़ा की शिकायत पर थाना बारादरी की पुलिस द्वारा जालंधर ट्रस्ट के पूर्व कार्यकारी अधिकारी (ई.ओ.) राजेश चौधरी, 3 क्लर्कों जिनमें रिटायर्ड क्लर्क मुख्तिार सिंह, मौजूदा तैनात क्लर्क पवन कुमार, अनिल कुमार और प्लाट खरीदने वाली राजवंत कौर व गवाह अमनदीप सिंह मठारू पर मामला दर्ज किया गया है। 2 अलग-अलग केसों को लेकर ट्रस्ट कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
चेयरमैन द्वारा कराई गई कार्रवाई से खौफजदा आधे से ज्यादा स्टाफ कर्मचारी अवकाश पर चले गए। जिस कारण ट्रस्ट कार्यालय में पूरी तरह से वीरानी छाई रही। पिछली सरकार के कार्यकाल के समय फर्जी रजिस्ट्री का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें ट्रस्ट ने अपने ही अफसरों पर मामला दर्ज करवाया है। बताया जा रहा है कि इस मामले को करीब 2 महीने तक दबाकर रखा, जिसका अब खुलासा हुआ है। ट्रस्ट के मौजूदा हालात और लोगों के छोटे-छोटे काम पहले ही कईं-कईं महीनों तक नही हो पा रहे थे, परंतु अब रही कसर भी पूरी हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, जालंधर इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में 2 प्लाटों की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवाने के मामले में 2 अलग-अलग एफ.आई.आर. दर्ज कि गई है। उक्त मामला गुरु अमरदास नगर और न्यू जवाहर नगर में एक-एक प्लाट की फर्जी रजिस्ट्री से जुड़ा हुआ है। इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट का आरोप है कि उक्त आरोपियों द्वारा धोखाधड़ी करके ट्रस्ट की जमीन हड़पने की कोशिश की गई है।
ये है पूरा मामला :
शिकायत में बताया गया था कि गुरु अमरदास कॉलोनी में एनआरआई जसपाल सिंह को एक प्लाट बेचा गया था। इस दौरान समय पर किस्त न भरने के चलते 2003 में इस प्लाट की अलाटमैंट रद्द कर दी। फिर इस प्लाट को 2018 में जगजीत सिंह मठारू को बेच दिया गया। इस दौरान अमनदीप सिंह मठारू गवार और तहसील क्लर्क अनिल कुमार के रूप में पेश हुए थे। जांच दौरान सामने आया है कि इस मौके फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। बताया जा रहा है कि प्लाट खरीदने वाले जगजीत सिंह मठारू की मौत हो चुकी है और उक्त धोखाधड़ी के मामले में अमनदीप सिंह मठारू आरोपी माना जा रहा है।