Career Tip No. 1
Introduction:
Resume is play important role to get best job opportunity in any organization that’s why it’s crucial document in your job hiring. Resume language should be easy and understandable for employer and concern person
अच्छा रेज्यूमे बनाने के 8 टिप्स: भाषा सरल और सटीक हो, दो पेज से अधिक न बनाएं
यदि आप तब तक प्रतीक्षा कर रहे हैं जब तक आप इसे बनाने के लिए पर्याप्त टैलेंटेड महसूस नहीं करते हैं, तो आप इसे कभी नहीं बना पाएंगे।’
सही रेज्यूमे बदल देगा तकदीर
आपका रेज्यूमे (Resume) या बायोडाटा वो सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है जिसे आप नौकरी पाने के लिए सबमिट करते हैं। यह आपका फ्रंटलाइन फाइटर है, क्योंकि यह आपके संभावित एम्प्लायर के सामने खुद को पेश करने का आपका पहला अवसर है। हायरिंग मैनेजर और रिक्रूटर्स रेज्यूमे को औसतन केवल छह से सात सेकंड के लिए देखते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप इसे आकर्षक बनाएं – न केवल लुक्स (फॉर्मेटिंग) में, बल्कि भाषा में भी।
एक अच्छा रेज्यूमे आपको भीड़ से अलग दिखाने में मदद कर सकता है। तो आइये जानते हैं अच्छा रिज्यूमे लिखने के लिए आवश्यक बातों के बारे में।
बढ़िया रेज्यूमे के आठ टिप्स
1) ऑनेस्टी इस द बेस्ट पॉलिसी (Honest is the best policy)
वैसे तो ‘ऑनेस्टी’ हमेशा ही ‘बेस्ट पॉलिसी’ होती है, फिर भी रेज्यूमे लिखते वक्त यह बात और शिद्दत से याद रखिये। कहते हैं, झूठे को अपनी याददाश्त बहुत तेज रखनी होती है, और फिर यह तो जॉब का मामला है। यदि आप अपने, एक्सपीरिएंस, नॉलेज और स्किल्स के बारे में कुछ भी झूठ, बढ़ा-चढ़ा कर या अलग तरह से लिखेंगे, तो यह भविष्य में आपके लिए ही समस्या खड़ी करने वाला है।
2) रेज्यूमे की भाषा
रेज्यूमे में लिखी जाने वाली भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए। भारी-भरकम शब्दों का प्रयोग करने से बचें। यदि कोई टेक्निकल वर्ड यूज कर रहे हैं तो शार्ट में उसका मतलब साफ करें। छोटे-छोटे सेंटेंस बनाये। साथ ही रेज़्यूमे हमेशा ‘थर्ड पर्सन’ में लिखे जाने चाहिए अर्थात ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप ही अपने बारे में कुछ बता रहे हैं, इसलिए ‘फर्स्ट पर्सन’ शब्दों जैसे ‘मैं,’ ‘मेरा’ या ‘सेकंड पर्सन’ शब्दों जैसे ‘तुम’, ‘तुम्हारा’ इत्यादि का उपयोग नहीं करना चाहिए।
3) रेज्यूमे का स्ट्रक्चर
शुरुआत ‘समरी’ या ‘ऑब्जेक्टिव’ से करें। यदि आप अनुभवी हैं तो उसके बाद ‘वर्क एक्सपीरिएंस’ को जगह दें, अन्यथा ‘एजुकेशनल क्वालिफिकेशन’ का जिक्र करें। उसके बाद अन्य जैसे प्रोजेक्ट्स, अन्य कोर्सेस, अन्य अनुभवों, अन्य स्किल्स, आदि के बारे में बताते हुए अंत पर्सनल इन्फॉर्मेशन के साथ करें।
‘ऑब्जेक्टिव’ को थर्ड पर्सन में लिखें, अर्थात ऐसे शुरू ना करें कि ‘मैं एक पच्चीस वर्षीय साइंस ग्रेजुएट हूं, जिसे तीन वर्ष का अनुभव है।’ इसके बजाय ऐसा लिखे ‘तीन वर्ष के अनुभव के साथ पच्चीस वर्षीय ग्रेजुएट।’ अनावश्यक पर्सनल जानकारी देने से बचें: जैसे हाइट, वेट, धर्म, राजनितिक विचारधारा आदि। सबसे महत्वपूर्ण: रेज्यूमे पर कभी भी अपना आधार ना डालें।
4) रेज्यूमे का आकार
अच्छा रेज्यूमे केवल एक पेज का होता है। केवल तभी दूसरे पेज पर जाएं यदि आप यह महसूस करते हैं कि बहुत अधिक महत्वपूर्ण जानकारी पहले पेज तक में नहीं आ पा रही है।
5) रेज्यूमे का डिजाइन
सही फॉर्मेट और लेआउट का चयन कीजिए। फॉर्मेट खुला-खुला, सही मार्जिन के साथ लिखा जाना चाहिए। सही फॉन्ट और फॉन्ट साइज का उपयोग करना चाहिए। आजकल ऑनलाइन कई अलग अलग डिजाइन्स फ्री में उपलब्ध हैं। यदि रेज्यूमे एक पेज से अधिक का बन रहा है तो पेज न. जरूर डालें।
6) रेज्यूमे पर फोटो लगाएं या ना लगाएं
लगभग सभी एक्सपर्ट्स फोटो नहीं लगाने का सुझाव देते हैं। रेज्यूमे पर फोटो तभी लगाएं, जब एम्प्लॉयर ने ऐसा कहा हो या आपके प्रोफेशन में उसकी मांग हो, जैसे मॉडलिंग इत्यादि।
7) रेफरेन्सेस दें या न दें
एम्प्लायर को रेफरेन्सेस की आवश्यकता तब होती है जब वे आपको रिक्रूट करने के बारे में सीरियसली सोचते हैं, इसलिए रेफरेन्सेस को एक अलग पेज पर लिखें, और मांगने पर ही दें।
8) रेज्यूमे लिखते वक्त ध्यान रखी जाने वाली अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- A) रेज्यूमे हमेशा कवर लेटर के साथ भेजें।
- B) रेज्यूमे को हमेशा pdf में कन्वर्ट करके भेजें। यदि आप सीधे ‘वर्ड’ में ही भेज देंगे तो ‘फॉर्मेटिंग’ बिगड़ने का खतरा रहता है।
- C) ईमेल आई डी प्रोफेशनल होना चाहिए अर्थात उसमें आपका नाम आता हो और वह इस प्रकार का न हो hirohiralal@gmail.com, friendforall@gmail.com।
- D) ‘वर्क एक्सपीरिएंस’ टॉपिक में आपके स्किल्स को बताती हुई अवैतनिक कार्यों का जिक्र भी किया जा सकता है।
- E) फाइनल करने के पहले रेज्यूमे को प्रूफ रीड जरूर करें, एक बार नहीं, कई बार।