जित्थों मर्जी अवैध कालोनी कटवा दइये मितरां दा नाम चलदा…जालंधर के मशहूर एन अक्षर से शुरू होने वाले कालोनाइजर का फेवरेट गाना
जालंधर (ब्यूरो): कुछ साल पहले एक पंजाबी गाना आया था जित्थो मर्जी वंगा चढ़वा लई मितरां दा नाम चलदा। ये गाना बहुत लोगों ने पसंद किया लेकिन इस गाने को जालंधर के एक कालोनाइजर ने अपने पेशे में अपनाते हुए अवैध कालोनियां काटने में रिकार्ड बना लिया। एन अक्षर से शुरू होने वाले इस कालोनाइजर ने जितने काम किए गुप्त किए। अवैध कालोनियां काटीं गुप्त तरीके से। टैक्स चोरी की गुप्त तरीके से। सरकार से मंजूरी लिए बिना आसान किश्तों का झांसा देकर लोन की सुविधा दी गुप्त तरीके से। यानि गुप्त सब गुप्त। ये कालोनाइजर ज्यादा पुडा की जमीन पर अवैध कालोनियां काटता है। अब इसके पीछे की मंशा क्या है हमें नहीं पता लेकिन जंडूसिंघा के पास, जमशेर, किशनगढ़, नूरपुर आदि के पास अवैध कालोनियां काट दी गई हैं। करीब 70 से 80 एकड़ में काटी गई इन कालोनियां में छोटे बड़े हर प्रकार के प्लाट काटे गए हैं और कई कालोनियों में प्लाट बिक भी गए हैं वहां चारदीवारी भी शुरू हुई है। कुछ कालोनियों में सीवरेज नहीं डाला गया लेकिन लोगों को झांसा दिया गया है कि कालोनी पास है और सीवरेज डाला गया। एक कालोनी में तो कालोनी के सीवरेज को नहर से जोड़ दिया गया है यानि आसपास के गांवों में भी गंदा पानी जाएगा। वहीं कुछ कालोनियों में पेपरा एक्ट की धज्जियां उड़ाई गई हैं। इस एक्ट के उल्लंघन पर पहले भी कुछ कालोनाइजरों पर एफआईआर दर्ज की गई थी अब इस कालोनाइजर पर एफआईआर होती है या नहीं इस बारे में नहीं पता। इस कालोनाइजर के बारे में अगली किश्त में विस्तार से एक और रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी।