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कॉर्पोरेशन में शुरू होता है करप्शन का खेल नोटिस देने के बाद

कॉर्पोरेशन में शुरू होता है करप्शन का खेल नोटिस देने के बाद

पीजीआरएस वेब पोर्टल पर प्राप्त हुई शिकायतों पर गलत जवाब देकर कर दिया जाता है बंद

एमटीपी विजय कुमार का कहना है कि कोई भी एटीपी उनकी बात नहीं मानता

 

कॉर्पोरेशन का बिल्डिंग विभाग है करप्शन में लिप्त

जालंधर् (दीपक) महानगर् में अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने में ढिलाई बरतने के आरोप नगर निगम पर लगे हैं। यह भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि संबंधित व्यक्ति अवैध निर्माण को पूरा कर सके। नागरा निवासी विकास ने बताया कि बीते दिनों उसने अवैध निर्माण संबंधी शिकायत निगम अधिकारियों को दी थी। बावजूद इसके, शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब फिर नागरा रोड गेट नंबर 3 मंडी के नजदीक राधा स्वामी आश्रम के सामने बन रहे अवैध निर्माण संबंधी निगम अधिकारियों को सूचित भी किया। बावजूद इसके निगम कोई सख्त कार्रवाई करने को तैयार नहीं। निगम अधिकारियों की इस ढीली कार्रवाई के चलते निगम को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। आरटीआइ का जवाब देने में निगम कर रहा देरी शिकायतकर्ता विकास ने कहा कि बीते समय अवैध निर्माण संबंधी शिकायत निगम अधिकारियों से की थी पर अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। अवैध निर्माण पर की गई कार्रवाई की जानकारी लेने के लिए निगम के पास आरटीआइ डाली। तय समय से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी निगम ने अब तक आरटीआइ का जवाब तक नहीं दिया, जबकि दूसरी ओर संबंधित व्यक्ति ने अवैध निर्माण का कार्य भी पूरा कर लिया। इससे स्पष्ट है कि निगम के खजाने को नुकसान पहुंचाने वाले खुद निगम अधिकारी हैं। अगर समय पर कार्रवाई की जाए तो अवैध निर्माण का कार्य रुक सकता था। हालांकि जिन लोगों की सिफारिश होती है, उनके अवैध निर्माण को निगम अधिकारी अनदेखा करते हैं। नागरा वाले अवैध निर्माण की पड़ताल को लेकर संबंधित इलाके के इंस्पेक्टर को सूचित कर दिया है। इंस्पेक्टर और ATP मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल करके अगली कार्रवाई करेगा। अगर बिना परमिशन के निर्माण कार्य किया जा रहा है, तो उसको नोटिस जारी कर जवाबतलबी की जाएगी। इंस्पेक्टर की पड़ताल के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। लेकिन 269 के दोनों नोटिस देने के बाद भी दोनों ही बिल्डिंग बनकर पूरी तरह से तैयार हो गई जिस कॉलोनी में यह अवैध निर्माण किया गया है वह पूरी तरह से अवैध है लेकिन फिर भी नगर निगम की तरफ से आज तक कोई कार्रवाई नहीं की