अपनों ने ही तोड़ डाली सरबजीत मक्कड़ की अकड़, शिअद के बाद आप ने भी दिया झटका
जालंधर कैंट से शिअद ने टिकट नहीं दी, सेंट्रल से आम आदमी पार्टी वाले दिखा रहे अंगूठा
जालंधर : पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे शिरोमणि अकाली दल ने टिकट आवंटन में अपने कई नेताओं को नाराज कर दिया। इन्हीं नेताओं में एक हैं सरबजीत मक्कड़। मक्कड़ जालंधर से संबंधित हैं लेकिन पार्टी के आदेश पर कपूरथला से भी चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार सुखबीर बादल ने जगबीर बराड़ को कैंट सीट से उतारकर सरबजीत मक्कड़ को झटका दे दिया। मक्कड़ ने कुछ पलों के लिए तो ठीक ठाक नाराजगी जताई लेकिन बाद में वह भी मान गए। हालांकि अंदरखाते वे कैंट सीट में अकाली वर्करों को पार्टी के खिलाफ वोट डालने को लेकर बैठकें करते रहे लेकिन सूत्रों के मुताबिक अब वे आम आदमी पार्टी का दरवाजा खटखटाने लगे हैं और आम आदमी पार्टी ने दो बार दरवाजा खोलकर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मक्कड़ की अकड़ तो उनके अपने ही शिरोमणि अकाली दल ने तोड़ दी थी लेकिन अब आप वाले भी सेंट्रल हलके की सीट को लेकर मक्कड़ को सकारात्मक संकेत देते नहीं दिख रहे। सूत्रों के मुताबिक मक्कड़ की आप नेताओं से दो बैठकें हुई हैं जिनमें से एक दिल्ली और एक जालंधर में हुई। दोनों बार मक्कड़ ने जालंधर सेंट्रल सीट मांगी लेकिन मक्कड़ को निराशा ही हाथ लगी। दरअसल जालंधर कैंट से आप के एसएस सोढ़ी मैदान में हैं वहीं सेंट् में इकबाल सिंह ढींडसा दावा ठोंक रहे हैं। ढींडसा और मक्कड़ हैं तो पुराने साथी लेकिन सियासत में टिकट की राह में कई साथी छूट जाते हैं। सियासी विश्लेषकों के मुताबिक मक्कड़ का राजनीतिक करियर उस कगार पर पहुंच गया है जहां पर सिर्फ गिरावट ही गिरावट है उठान नहीं। मक्कड़ किसी समय सुखबीर बादल के सबसे खास माने जाते थे लेकिन अब खास को आम आदमी पार्टी भी तवज्जो नहीं दे रही।