अगर मेरे खिलाफ कोई रिपोर्ट लगाई तो फिर कभी नगर निगम में पैर मत रखना चाहे तुम इसे धमकी समझ लो या वार्निंग :चाचा चौधरी का साबू
साड़ा चल्दा यां धका असी ता करदे :साबु
कमिश्नर साहब मेरे साथ ही होते हैं तुम मेरा कुछ नहीं कर सकते जो करना कर लो नहीं तो हम तुम्हें शहर में रहने नहीं देंगे : साबू
जालंधर (दीपक अरोड़ा) जालंधर नगर निगम में कुछ ऐसे अधिकारी भी हैं जो की घूसखोरी करने के बाद खबर लगाने वाले पत्रकारों को फोन पर ही धमकियां दे डालते हैं सूत्रों की माने तो यह अधिकारी 20 से ₹30000 का जूता पहनते हैं इस अधिकारी ने कुछ हफ्ते पहले ही अंडर अरमौर नाम की कंपनी के जूते तकरीबन 70 से 80 हजार रुपए में खरीदे सूत्रों को कहना है कि यह अधिकारी कभी भी ₹20000 से कम के जूते नहीं पहना है इस अधिकारी ने एक निजी चैनल के पत्रकार को धमकी देते हुए कहा कि अगर उसने किसी भी तरह की इसके विरुद्ध कोई भी खबर लगाई तो वह नगर निगम में पर ना रखें जिसका ऑडियो हमारी टीम के पास उपलब्ध है साथी आपको यह भी बता दे यह अधिकारी जिम का बहुत दीवाना है जिसके लिए यह अधिकारी तकरीबन हर महीने 40 से ₹50000 जिम और बॉडी और हेल्थ प्रोडक्ट्स पर खर्च करता है अगर सूत्रों की बात सही है तो हर महीने यह अधिकारी तकरीबन अपनी सैलरी का दोगुना खर्च करता है सवाल यह उठता है की अधिक अधिकारी के पास यह पैसा कहां से आता है कहीं या अधिकारी नगर निगम का राजस्व अपनी जेब में तो नहीं डाल रहा बड़े अधिकारियों को इसका यह झोलझाल दिखाई क्यों नहीं दे रहा दूसरा सवाल यह उठता है की अधिकारी कहीं घूसखोरी का पैसा अपने किन्ही आंखों को तो नहीं दे रहा जनता के लिए यह भी जानना जरूरी है की इन अधिकारियों पर किन आकाओ का साया है जो इन अधिकारियों को हर बार घूसखोरी के इल्जाम से बचा लेते हैं जनता के दिल में यह बात घर कर चुकी है की नगर निगम का मतलब घूसखोरी है