नेशनल डेस्क : बेंगलुरु में एक पाकिस्तानी परिवार को गिरफ्तार किया गया है, जो ‘शर्मा परिवार’ के नाम से अवैध रूप से रह रहा था। कराची का राशिद अली सिद्दीकी अपनी पत्नी आयशा, ससुर हनीफ मोहम्मद और सास रुबीना के साथ ‘शंकर शर्मा’ बनकर बेंगलुरु आउटर के राजपुरा गांव में रह रहा था।
पहचान बदलने की कोशिश
इस परिवार ने अपने असली नामों को बदलकर शंकर शर्मा, आशा रानी, राम बाबू शर्मा और रानी शर्मा रख लिया था। वे स्थानीय हिंदुओं को इस्लाम में कन्वर्ट करने का प्रयास कर रहे थे और इस कार्य के लिए उन्हें पाकिस्तान से फंडिंग भी मिल रही थी। यह गतिविधियाँ न केवल उनकी पहचान को लेकर सवाल उठाती हैं, बल्कि स्थानीय समुदाय में धार्मिक परिवर्तन के प्रयासों को भी दर्शाती हैं। उनकी गतिविधियाँ सुरक्षा बलों के लिए चिंता का विषय बन गई थीं, जिसके परिणामस्वरूप उनकी गिरफ्तारी हुई।
गिरफ्तारी का कारण
पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद चेन्नई एयरपोर्ट से दो पाकिस्तानियों को गिरफ्तार किया गया। जब इन लोगों ने अपने भारतीय होने का दावा किया, तब उनके पासपोर्ट की जांच की गई और पता चला कि वे फर्जी हैं। इसी जांच के दौरान बेंगलुरु में रह रहे सिद्दीकी परिवार का पता चला।